अक्षत इंटरनेशनल ट्रस्ट का गठन भारतीय न्यास अधिनियम 1882 के अंतर्गत की गई है। इस का मुख्यालय बिहार राज्य के शिवहर जिले में है। इस ट्रस्ट के संस्थापक श्री संजीव कुमार एवं ट्रस्टी श्रीमती प्रियंका सिंह तथा श्रीमती रीना देवी है। ट्रस्ट मूलतः शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रही है।

Our Main Focus Area...

पक्षी बचाओ जीवन बचाओ

एक व्यक्ति एक पेड़ कार्यक्रम

अक्षर ज्ञान दान कार्यक्रम

अक्षर बाल विकास

अक्षत नशा मुक्ति सह पुनर्वास कार्यक्रम

बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ

अक्षत आरोग्य

अक्षत दुरस्त शिक्षण कार्यक्रम

अक्षत समाधान

पक्षी बचाओ जीवन बचाओ:-

इसके तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पक्षी उद्यान की स्थापना करना। पक्षियों हेतु उपयुक्त वातावरण तथा भोजन पानी की व्यवस्था करना, इसके आवासन के लिए संस्था पड़ती एवं बंजर भूखण्डों पर जलाशय का निर्माण करती है एवं उसके चारों ओर पेड़ लगाती है ताकि पक्षियों को उसके आवास अनुकूल वातावरण का निर्माण किया जा सके।

एक व्यक्ति एक पेड़ कार्यक्रम:

इसके तहत समाज के प्रत्येक व्यक्ति को उसके नाम से अथवा उसके परिवारजन के नाम से कम से कम एक पेड़ लगाने हेतु प्रेरित किया जाता है। इस कार्यक्रम के तहत अबतक 1500 से अधिक वृक्ष लगाए जा चुके है।

अक्षर ज्ञान दान कार्यक्रम:-

इस कार्यक्रम के तहत वैसे बच्चे जो किसी कारणवश स्कूल शिक्षा से विमुख हो गए हैं अथवा बीच में विद्यालय छोड़ चुके हैं उन बच्चों को चिन्हित कर उनके माता-पिता का काउंसलिंग किया जाता है एवं पुनः उस बच्चे का नामांकन नजदीकी विद्यालय में कराया जाता है। अब तक 963 बच्चे का पुनः नामांकन करा विद्यालय से जोड़ा गया है।

अक्षर बाल विकास:-

इस कार्यक्रम के तहत न्यूनतम शुल्क में जरूरत मंद बच्चों को गुणवत्तापुर्ण को शिक्षा का अवसर उपलब्ध करवाती है। इसके तहत संस्था शिवहर जिले के अक्षर इंटरनेशनल स्कूल एवं सीतामढ़ी के पुपरी प्रखंड में NH इंटरनेशनल स्कूल से समझौता कर सुविधा प्रदान कर रही है।

अक्षत नशा मुक्ति सह पुनर्वास कार्यक्रम :-

इसके तहत विभिन्न प्रकार की जन जागरूकता कार्यक्रम जैसे सेमिनार,बेबीनार एवं जनसंपर्क का आयोजन किये जाते हैं जिसमें गंभीर रूप से नशा से ग्रस्त मरीजो की पहचान की जाती है एवं उसके उपचार है हेतु अक्षत नशा मुक्ति सह पुनर्वास केंद्र, शिवहर एवं सीतामढी जिले के पुपरी में स्थित अक्षत नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र में भर्ती कर उपचार किया जाता है जहां मरीज एवं उसके एक परिजन को निःशुल्क आवासन, भोजन एवं उपचार की उचित व्यवस्था की गई है। केंद्र पर योग एवं आध्यात्मिक शिक्षा दी जाती है ताकि रोगी इस दलदल में दुबारा न फसे।

बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ:-

इस कार्यक्रम के साथ कमजोर एवं गरीब समाज की लड़कियों के लिए विद्यालय में निशुल्क नामांकन, शिक्षण एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था की गयी है।

पात्रता – इसके तहत लाभ लेने के लिए अभिभावक का स्वघोषणा पत्र एफिडेविट ही काफी है कि वह अपने बच्चियों का शिक्षण खर्च उठाने में असमर्थ हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत तब तक 35 लड़कियों को नर्सरी से दसवीं तक शिक्षण की व्यवस्था की गई है इसके तहत बच्चों को नृत्य, गायन एवं आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाता है।

अक्षत आरोग्य :

इसके तहत ग्रामीण इलाको में ग्रामीण चिकित्सकों, मेडिकल संस्थानो के माध्यम से निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, चिकित्सा शिविर, परामर्श शिविर एवं स्वास्थ्य जागरुकता शिविर लगाये जाते है। इसके तहत अब तक 25 से अधिक शिविर लगाये जा चुके हैं एवं 2200 से अधिक लोग लाभ पहुंचाया गया है।

अक्षत दुरस्त शिक्षण कार्यक्रम:-

इसके तहत विभिन्न प्रकार के विश्वविद्यालयों की दूर शिक्षा प्रणाली के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की वोकेशनल एवं शैक्षणिक कोर्सों करने हेतु एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता हैं। यहां से घर बैठे दूरस्थ शिक्षण स्थानों में नामांकन एवं शिक्षण प्रक्रिया पूर्ण करने में सहयोग प्रदान की जाती है।

. अक्षत समाधान:-

इसके तहत ज्वलंत सामाजिक समस्याओं यथा भ्रष्टाचार उन्मूलन, बेरोजगारी उन्मूलन, पारिवारिक कलह पर परामर्श दिए जाते हैं। ग्रामीण बेरोजगार युवाओं कृषकों को आर्गेनिक खेती, बायो कॉमपोस्ट,वर्मी एवं गोबर खाद बनाने का प्रशिक्षण प्रदान करते हुए ऑर्गेनिक तरीकों से खाद्य पदार्थों का उत्पादन एवं भंडारण करने का प्रशिक्षण दिया जाता है।

अक्षत इंटरनेशनल ट्रस्ट का गठन भारतीय न्यास अधिनियम 1882 के अंतर्गत की गई है। इस का मुख्यालय बिहार राज्य के शिवहर जिले में है। इस ट्रस्ट के संस्थापक श्री संजीव कुमार एवं ट्रस्टी श्रीमती प्रियंका सिंह तथा श्रीमती रीना देवी है। ट्रस्ट मूलतः शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रही है।

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